Pravaig Extinction MK1: भारत की धमाकेदार फीचर्स वाली इलेक्ट्रिक कार

हालांकि कंपनी द्वारा इसे लेकर किए गए कुछ दावे काफी भारी है, जो भारत समेत विदेशी ईवी निर्माताओं को चौंकाने के लिए काफी हैं। जैसे केवल एक बार यानी सिंगल चार्ज में 500 किलोमीटर से अधिक की रेंज वाली इलेक्ट्रिक कार? फॉक्सवैगन की ID.3 मुश्किल से अभी तक 500 किलोमीटर हासिल कर सकती है। टेस्ला मॉडल 3 के प्रदर्शन वेरिएंट द्वारा सिंगल चार्ज में 507 किलोमीटर की रेंज का दावा किया गया है।
भारत में अब तक सर्वाधिक रेंज वाली ईवी यानी हुंडई कोना ईवी 452 किलोमीटर की अनुमानित रेंज के साथ आती है। एमजी जेडएस ईवी की रेंज 340 किलोमीटर है और यह अभी भी 500 किलोमीटर की रेंज में खुद को अपग्रेड करने की प्रक्रिया में है। यहां तक कि नई लॉन्च की गई मर्सिडीज EQC की रेंज महज 350 किलोमीटर है।
और अगर कोई इससे भी बड़ी बात कर दे तो, यानी बैटरी खत्म होने परप्रवैग का दावा है कि एक्सटिंक्शन एमके 1 केवल 30 मिनट के भीतर लगभग 80 प्रतिशत तक बैटरी चार्ज कर सकती है।
इस वजह के चलते इलेक्ट्रिक कारों के भविष्य को लेकर टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने जाहिर की बड़ी चिंताकार को अपनी 96 kHw की बैटरी से पावर मिलती है जो अधिकतम 200 hp की ताकत और 196 किमी प्रति घंटे की टॉप स्पीड पैदा कर सकती है। यह कार मात्र 5.4 सेकेंड में शून्य से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार हासिल कर सकती है।
पहली नज़र में एक्सटिंक्शन एमके 1 अपनी डिजाइन के साथ लोगों की नजरों में चढ़ने के लिए पूरी तरह तैयार दिखाई देती है, क्योंकि इसकी डिजाइन भारतीय सड़कों के लिए अनोखी है।
कुछ के लिए इसकी डिजाइन लुसिड एयर ईवी से मिलती-जुलती हो सकती है। कूपे जैसी दिखने वाली फ्यूचरिस्टिक डिज़ाइन के साथ-साथ आगे और पीछे की तरफ एलईडी बार दिखने से यह अन्य वाहनों की भीड़ में बिल्कुल अलग कार के रूप में खड़ी हो जाती है।
अगर एक्सटिंक्शन MK1 के अंदर कदम रखें यानी इसका इंटीरियर तो इसका शानदार केबिन किसी लाउंज जैसा नजर आता है। यात्रियों को अपने पैरों को फैलाने और ड्राइव का आनंद लेते हुए आराम करने के लिए अंदर पर्याप्त जगह है। बेहतर आराम के लिए पीछे वाले यात्रियों को भी रिक्लाइनिंग सीटें मिलेंगी। हालांकि, प्रवैग ने इंटीरियर की कोई भी तस्वी अभी तक जारी नहीं की है।
दो दरवाजों और चार सीटों वाली इलेक्ट्रिक कार का इस्तेमाल मुख्य रूप से सदस्यता आधारित मॉडल पर कामर्शियल बेड़े के लिए किया जाएगा। प्रवैग हर साल MK1 की लगभग 250 इकाइयों का उत्पादन करने का लक्ष्य बना रही है। स्टार्टअप सूची में अधिक शहरों को जोड़ने से पहले इसे बेंगलुरु और दिल्ली जैसे शहरों में शुरू में बेचा जाएगा।
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